HomeArchiveलो मिला सर्जिकल...

लो मिला सर्जिकल स्ट्राइक का जवाब!

Details
लो मिला सर्जिकल स्ट्राइक का जवाब!

    01-Jul-2019

WhatsApp

WhatsApp

WhatsApp

WhatsApp

WhatsApp

” 

अश्विनीकुमार मिश्र – संपादक,निर्भय पथिक
[email protected] com
लोकसभा चुनाव में मोदी की टीम को मिली जीत ने कई चीजों का जवाब दे दिया है। मोदी के समर्थकों को भक्त नाम से कोसने वाले मोदी सरकार के काम को झूठा कहने वालों के मुंह पर देश की जनता ने करारा चपत जड़ा है। चुनाव परिणाम में एनडीए घटक को 355 सीटें और भाजपा को 303 सीटें मिली हैं। हिंदी भाषी राज्यों, किसानों, मुस्लिमों, दलितों ने मोदी को अप्रतिम विजय दिलवाई है। यह एक ऐतिहासिक विजय है। यह भारत की विजय है। यह सर्वजन हिताय कमल खिलाय। क्योंकि इस चुनाव ने सर्जिकल स्ट्राइक सहित नोटबंदी, उज्ज्वला योजना का जवाब मतदाताओं ने दिया है। जिन लोगों ने बालाकोट का हिसाब मांगा था उन्हें भी जवाब मिला है।

मोदी की जीत के पीछे राष्ट्रवाद की हुंकार में जनता का उद्घोष छिपा है। लेकिन इसमें समग्र विकास का नया सपना भी जुड़ा है। दबे कुचले वंचितों को राष्ट्र की मुख्य धारा में लाने के प्रयास को सम्बल इस जीत ने दिया है। नए भारत के निर्माण के लिए लगने वाली समिधा जुटाने का काम मोदी ने इस चुनाव में किया है। इस चुनाव में जातिवाद का बंधन भी कुछ हद तक तोडा है। मोदी ने राष्ट्रवाद और देश की सुरक्षा के प्रति चेतना जगाकर समाज में फैले जातिवादी विभाजन को सिलने का काम किया है। देश की कई तरह की बेड़ियों और पूर्वाग्रहों से तोड़ने का काम इस चुनाव ने किया है। इस चुनाव परिणाम ने उन झणडावरदारों को धराशाई किया है जो देश में अपनी मक्तेदारी दिखने का ठेका ले लिया था। दिग्विजय सिंह, मणिशंकर अय्यर, चिदंबरम जैसे टापुओं को डूबा कर मोदी ने देश में नए विचारों का प्रतिपादन किया है। जिसमें सामान्य जनों को सोच शामिल है।

 

इसमें अंत्योदय की नई आभा है। बिजली, घर-आवास व ने सुविधाओं से वंचितों को लाभ पहुंचाने का संकल्प पूर्ति भी इसमें है। इसमें आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक चेतना का नया स्वर गान जुड़ा है। देश का युवा भारत पुराने वितण्डावादियों से राहत चाहता है। और देश के स्वाभिमान को विश्वपटल पर चमकाना चाहता है। उसी तलाश में देशवासियों में फिर से मोदी सरकार की स्थापना के लिए अपना समर्थन दे दिया है। यह एक अभिनव जीत है यह नकारात्मक नहीं सकारात्मक जीत है। देश को धर्मशाला मानकर उसे धमकानेवालों को नागरिकों ने जवाद दे दिया है। इस जीत में देश की समृद्धि का नवगान है जो इस देश के 55 करोड़ युवाओं को गाना है।

पिछले 5 वर्षों में सेवा, विकास व उत्थान के लिए जो अहर्निश प्रयास मोदी और उनकी टीम ने किया उसकी मजबूती पर जनता ने फिर से मुहर लगा दिया है. मोदी का दुबारा सत्ता में आना कई बड़ी जिम्मदेदारी को दर्शाता है। पिछले 5 वर्षों में जो आर्थिक सुधार, विकास की नीवं रखी है, उसका फल परोसने का यह अवसर है। मोदी-2019 के जरिये देशवासियों ने राष्ट्र की सेवा का नया उपादान भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगियों को फिर से दिया है। यह मिला विश्वास आने वाले दिनों में नया आत्मविश्वास पैदा करे, जनाकांक्षाओं को पूरा करे, यह आशा सभी भारतीयों के मन में है। इस कार्य को पूरा करने के लिए मोदी के हाथ में जनता ने सत्ता सौंपी है।”
 
“अश्विनीकुमार मिश्र – संपादक,निर्भय पथिक
[email protected] com
लोकसभा चुनाव में मोदी की टीम को मिली जीत ने कई चीजों का जवाब दे दिया है। मोदी के समर्थकों को भक्त नाम से कोसने वाले मोदी सरकार के काम को झूठा कहने वालों के मुंह पर देश की जनता ने करारा चपत जड़ा है। चुनाव परिणाम में एनडीए घटक को 355 सीटें और भाजपा को 303 सीटें मिली हैं। हिंदी भाषी राज्यों, किसानों, मुस्लिमों, दलितों ने मोदी को अप्रतिम विजय दिलवाई है। यह एक ऐतिहासिक विजय है। यह भारत की विजय है। यह सर्वजन हिताय कमल खिलाय। क्योंकि इस चुनाव ने सर्जिकल स्ट्राइक सहित नोटबंदी, उज्ज्वला योजना का जवाब मतदाताओं ने दिया है। जिन लोगों ने बालाकोट का हिसाब मांगा था उन्हें भी जवाब मिला है।

मोदी की जीत के पीछे राष्ट्रवाद की हुंकार में जनता का उद्घोष छिपा है। लेकिन इसमें समग्र विकास का नया सपना भी जुड़ा है। दबे कुचले वंचितों को राष्ट्र की मुख्य धारा में लाने के प्रयास को सम्बल इस जीत ने दिया है। नए भारत के निर्माण के लिए लगने वाली समिधा जुटाने का काम मोदी ने इस चुनाव में किया है। इस चुनाव में जातिवाद का बंधन भी कुछ हद तक तोडा है। मोदी ने राष्ट्रवाद और देश की सुरक्षा के प्रति चेतना जगाकर समाज में फैले जातिवादी विभाजन को सिलने का काम किया है। देश की कई तरह की बेड़ियों और पूर्वाग्रहों से तोड़ने का काम इस चुनाव ने किया है। इस चुनाव परिणाम ने उन झणडावरदारों को धराशाई किया है जो देश में अपनी मक्तेदारी दिखने का ठेका ले लिया था। दिग्विजय सिंह, मणिशंकर अय्यर, चिदंबरम जैसे टापुओं को डूबा कर मोदी ने देश में नए विचारों का प्रतिपादन किया है। जिसमें सामान्य जनों को सोच शामिल है।

 

इसमें अंत्योदय की नई आभा है। बिजली, घर-आवास व ने सुविधाओं से वंचितों को लाभ पहुंचाने का संकल्प पूर्ति भी इसमें है। इसमें आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक चेतना का नया स्वर गान जुड़ा है। देश का युवा भारत पुराने वितण्डावादियों से राहत चाहता है। और देश के स्वाभिमान को विश्वपटल पर चमकाना चाहता है। उसी तलाश में देशवासियों में फिर से मोदी सरकार की स्थापना के लिए अपना समर्थन दे दिया है। यह एक अभिनव जीत है यह नकारात्मक नहीं सकारात्मक जीत है। देश को धर्मशाला मानकर उसे धमकानेवालों को नागरिकों ने जवाद दे दिया है। इस जीत में देश की समृद्धि का नवगान है जो इस देश के 55 करोड़ युवाओं को गाना है।

पिछले 5 वर्षों में सेवा, विकास व उत्थान के लिए जो अहर्निश प्रयास मोदी और उनकी टीम ने किया उसकी मजबूती पर जनता ने फिर से मुहर लगा दिया है. मोदी का दुबारा सत्ता में आना कई बड़ी जिम्मदेदारी को दर्शाता है। पिछले 5 वर्षों में जो आर्थिक सुधार, विकास की नीवं रखी है, उसका फल परोसने का यह अवसर है। मोदी-2019 के जरिये देशवासियों ने राष्ट्र की सेवा का नया उपादान भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगियों को फिर से दिया है। यह मिला विश्वास आने वाले दिनों में नया आत्मविश्वास पैदा करे, जनाकांक्षाओं को पूरा करे, यह आशा सभी भारतीयों के मन में है। इस कार्य को पूरा करने के लिए मोदी के हाथ में जनता ने सत्ता सौंपी है।”
 

Continue reading

मुंबईच्या समुद्रात लवकरच दिसणार कॅन्डेलाची बोट!

स्वीडनमध्ये जलवाहतुकीसाठी वापरण्यात येणारी पी १२ ही बोट लवकरच मुंबईत दाखल होणार असून, त्यामुळे राज्यातील जलवाहतुकीच्या क्षेत्रात आधुनिकतेचा नवा अध्याय सुरू होणार असल्याची माहिती महाराष्ट्राचे मत्स्य व्यवसाय आणि बंदरे विकास मंत्री नितेश राणे यांनी दिली. नितेश राणे नुकतेच स्वीडनच्या दौऱ्यावर...

उपेक्षितांना सुशिक्षितच नव्हे तर सुसंस्कारीत करा!

जीवनात यशस्वी होण्यासाठी शिक्षण ही आजच्या काळातील अत्त्यावश्यक बाब आहे. अनेकांना आर्थिक परिस्थितीसह विविध कारणामुळे शिक्षण घेता येत नाही. समाजातल्या अशा सगळ्या घटकांपर्यंत शिक्षणाची ज्योत घेऊन जाणे, त्यांना केवळ सुशिक्षित नाही तर सुसंस्कारीत करणे हेच आपल्या जीवनाचे धेय्य असल्याचे...

दिवाळीत प्रियजनांना भेट द्या वर्षभराच्या ‘फ्री’ फास्टॅगची!

भारताच्या स्वातंत्र्यदिनी म्हणजेच 15 ऑगस्टला सुरू झालेल्या, फास्टॅग वार्षिक पासला उत्स्फूर्त प्रतिसाद मिळत असून आतापर्यंत पंचवीस लाख वापरकर्त्यांनी त्याचा लाभ घेतला आहे. सुरूवात झाल्यापासून दोन महिन्यांत त्यावर सुमारे 5.67 कोटी व्यवहारांची नोंद झाली आहे. फास्टॅग वार्षिक पासला मिळालेला प्रचंड प्रतिसाद राष्ट्रीय महामार्ग वापरकर्त्यांना तो सुरळीत...
Skip to content